नई दिल्ली। आपसी संबंध सुधारने के लिए किए गए भारत के प्रयासों पर तमाशा खड़ा करने के लिए पाकिस्तान पर जोरदार चोट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि पड़ोसी देश के साथ बातचीत आतंकवाद और हिंसा से मुक्त वातावरण में ही होगी।
पाकिस्तान और भारत के विदेश सचिवों के बीच 25 अगस्त की वार्ता रद्द होने के बारे में अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ मिलकर तय किया था कि संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों के विदेश सचिवों को मिलना चाहिए लेकिन हमें इस बात का अफसोस है कि पाकिस्तान ने इन प्रयासों पर तमाशा खड़ा करने की कोशिश की और विदेश सचिवों की मुलाकात से ठीक पहले नई दिल्ली में जम्मू कश्मीर के विघटनकारी तत्वों से मिलने लगा।
पाकिस्तान और भारत के विदेश सचिवों के बीच 25 अगस्त की वार्ता रद्द होने के बारे में अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ मिलकर तय किया था कि संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों देशों के विदेश सचिवों को मिलना चाहिए लेकिन हमें इस बात का अफसोस है कि पाकिस्तान ने इन प्रयासों पर तमाशा खड़ा करने की कोशिश की और विदेश सचिवों की मुलाकात से ठीक पहले नई दिल्ली में जम्मू कश्मीर के विघटनकारी तत्वों से मिलने लगा।