खुफिया एजेंसियों का आभास सही साबित हुआ, तो आने वाले दिन बेहद खतरनाक हैं। आतंकी संगठन कभी भी बड़ी तबाही मचा सकते हैं। सिमी , आइएम और लश्कर तीनों काफी समय से साजिश रच रहे हैं। खतरे को भांपकर दिल्ली पुलिस ने शहर में एहतियातन सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस की सभी यूनिटों को 'अलर्ट मोड' में रहकर काम करने के लिखित आदेश तक दिए गए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, अगस्त, 2013 में हुई यासीन भटकल की गिरफ्तारी से आइएम को तगड़ा झटका लगा है। दुबई के व्यवसायी मुजफ्फर कोला के चेहरे से भी नकाब हटा है। वह 1993 बम ब्लास्ट के आरोपी मुस्तफा दौसा का सहयोगी है। मध्य प्रदेश की खंडवा जेल में बनी सिमी की जेहाद के नाम पर तबाही की साजिश भी समय रहते बेनकाब हो गई।
अक्टूबर, 2013 में साथियों के साथ जेल से फरार हुए अबू फजल उर्फ डॉक्टर की दिसंबर में गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश समेत महाराष्ट्र में दर्जनभर से अधिक आतंकियों को विस्फोटक के साथ पकड़ा गया। दिसंबर में ही स्पेशल सेल ने मेवात इलाके से मौलवी मोहम्मद शाहिद और राशिद को गिरफ्तार कर मुजफ्फरनगर दंगों को केंद्र बनाकर रची जा रही लश्कर की साजिश से परदा उठाया। हालांकि, लश्कर आतंकी अब्दुल सुब्हान अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।
अक्टूबर, 2013 में साथियों के साथ जेल से फरार हुए अबू फजल उर्फ डॉक्टर की दिसंबर में गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश समेत महाराष्ट्र में दर्जनभर से अधिक आतंकियों को विस्फोटक के साथ पकड़ा गया। दिसंबर में ही स्पेशल सेल ने मेवात इलाके से मौलवी मोहम्मद शाहिद और राशिद को गिरफ्तार कर मुजफ्फरनगर दंगों को केंद्र बनाकर रची जा रही लश्कर की साजिश से परदा उठाया। हालांकि, लश्कर आतंकी अब्दुल सुब्हान अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।