भारतीय रेल का नेटवर्क अमेरिका, रूस और चीन के बाद दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है।
रेलवे सालाना ट्रेन परिचालन में 28,525 करोड़ रुपये खर्च करती है। इसमें इलेक्ट्रि सिटी पर सिर्फ 9,650 करोड़ रुपए, जबकि 18,875 करोड़ रुपए डीजल से ट्रेन चलाने पर खर्च होते हैं।
मार्च 2013 के अंत तक देश के कुल 65,000 किलोमीटर रूट का 23,541 किलोमीटर इलेक्ट्रिफाइड है।
रेलवे एक रुपए में से 94 पैसे खर्च कर देती है, बचते हैं सिर्फ 6 पैसे|रेलवे में कोई नई परियोजना नहीं आएगी, अधूरे पड़े प्रोजेक्ट्स को पूरा करने पर जोर रहेगा
रेलवे को उबारने के लिए 26 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है।
रेलवे सालाना ट्रेन परिचालन में 28,525 करोड़ रुपये खर्च करती है। इसमें इलेक्ट्रि सिटी पर सिर्फ 9,650 करोड़ रुपए, जबकि 18,875 करोड़ रुपए डीजल से ट्रेन चलाने पर खर्च होते हैं।
मार्च 2013 के अंत तक देश के कुल 65,000 किलोमीटर रूट का 23,541 किलोमीटर इलेक्ट्रिफाइड है।
रेलवे एक रुपए में से 94 पैसे खर्च कर देती है, बचते हैं सिर्फ 6 पैसे|रेलवे में कोई नई परियोजना नहीं आएगी, अधूरे पड़े प्रोजेक्ट्स को पूरा करने पर जोर रहेगा
रेलवे को उबारने के लिए 26 हजार करोड़ रुपए की जरूरत है।