आधुनिक युग में भी काफी लोग ऐसे हैं जो आयुर्वेद और पारंपिरक नुस्खों पर विश्वास रखते हैं। पुराने समय से चले आ रहे इन नुस्खों से कई छोटी-बड़ी बीमारियों का इलाज आसानी से हो जाता है। आज भी शहरों से दूर रहने वाले आदिवासी अंग्रेजी दवाइयों की तुलना में जड़ी-बूटियों और पेड़-पौधों की मदद से कई रोगों का इलाज करते हैं।
- पातालकोट के आदिवासियों के अनुसार शीशम के हरे और कोमल पत्तों को पानी में डालकर रात भर के लिए ढककर रख दें। इसके बाद सुबह इन पत्तों को निचोड़कर छान लें। इसे मिश्री के साथ लेने पर ताकत मिलती है और वीर्य गाढ़ा होता है।
- कमर दर्द और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए यह उपाय करें। सेमल की पत्तियों को अदरक और कर्पूर के साथ समान मात्रा में मिलाएं और कुचलकर लेप बनाएं। इस लेप को कमर और जोड़ों पर लगाने से लाभ होता है।
- शहद के साथ बांस के पत्तों का रस मिलाकर लेने से खांसी खत्म हो जाती है।
- शरीर की गर्मी व जलन दूर करने के लिए यह नुस्खा आजमाएं। सिवान के फल का गूदा एकत्र करें और इसका शर्बत बना लें। इस शर्बत को पीने से लू का असर खत्म हो जाता है। शरीर की गर्मी दूर होती है और जलन शांत होती है।
- मुंहासों के उपचार के लिए सेमल के कांटों को गुलाब जल में घिसकर चेहरे पर लगाना चाहिए।
- पातालकोट के आदिवासियों के अनुसार सेमल की जड़ों का चूर्ण प्रतिदिन 3 बार लेने से संधिवात में आराम मिलता है।
- पातालकोट के आदिवासियों के अनुसार शीशम के हरे और कोमल पत्तों को पानी में डालकर रात भर के लिए ढककर रख दें। इसके बाद सुबह इन पत्तों को निचोड़कर छान लें। इसे मिश्री के साथ लेने पर ताकत मिलती है और वीर्य गाढ़ा होता है।
- कमर दर्द और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए यह उपाय करें। सेमल की पत्तियों को अदरक और कर्पूर के साथ समान मात्रा में मिलाएं और कुचलकर लेप बनाएं। इस लेप को कमर और जोड़ों पर लगाने से लाभ होता है।
- शहद के साथ बांस के पत्तों का रस मिलाकर लेने से खांसी खत्म हो जाती है।
- शरीर की गर्मी व जलन दूर करने के लिए यह नुस्खा आजमाएं। सिवान के फल का गूदा एकत्र करें और इसका शर्बत बना लें। इस शर्बत को पीने से लू का असर खत्म हो जाता है। शरीर की गर्मी दूर होती है और जलन शांत होती है।
- मुंहासों के उपचार के लिए सेमल के कांटों को गुलाब जल में घिसकर चेहरे पर लगाना चाहिए।
- पातालकोट के आदिवासियों के अनुसार सेमल की जड़ों का चूर्ण प्रतिदिन 3 बार लेने से संधिवात में आराम मिलता है।
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