एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रहे मलेशियाई एयरलाइंस के एक यात्री विमान पर गुरुवार को पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्सक इलाके में मिसाइल से हमला किया गया। हादसे में 298 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए। इनमें 80 बच्चे थे।यूक्रेन के गृहमंत्री का दावा है कि हमला रूस समर्थक अलगाववादियों ने किया है, जबकि अलगाववादियों ने इससे इनकार किया है।
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय जगत में हड़कंप मच गया। रूसी राष्ट्रपति ने फौरन ओबामा को फोन कर सफाई दी कि हमले में उनके देश का कोई हाथ नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने व्हाइट हाउस को मलेशिया के संपर्क में रहने को कहा है। भारतीय विमानन कंपनियों सहित कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने अपने विमान यूक्रेन के ऊपर से नहीं उड़ाने का फैसला किया है।
विमान पर बक (बीयूके) मिसाइल लॉन्चर से हमला किया गया है। यह मिसाइल प्रणाली सिर्फ रूस के पास है। रूस सैनिक साजो-समान यूक्रेन के विद्रोहियों को दे रहा है। ऐसे में, घटना में विद्रोहियों का हाथ होने की आशंका है। कहा ये भी जा रहा है कि विमान को विद्रोहियों ने यूक्रेनी वायुसेना का लड़ाकू विमान समझकर मिसाइल दाग दी। विद्रोहियों ने बुधवार को भी यूक्रेन के दो जेट मार गिराए थे।इससे पहले मार्च में कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा मलेशियाई विमान गुम हो गया था। महीनों तक खोज जारी रहने के बाद भी न विमान का पता चला और न ही उसमें सवार 240 यात्रियों का। आखिरकार, सभी को मृत मान लिया गया। विमान का मलबा आज तक नहीं मिल पाया। वह विमान भी बोइंग-777 श्रेणी का ही था।
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय जगत में हड़कंप मच गया। रूसी राष्ट्रपति ने फौरन ओबामा को फोन कर सफाई दी कि हमले में उनके देश का कोई हाथ नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने व्हाइट हाउस को मलेशिया के संपर्क में रहने को कहा है। भारतीय विमानन कंपनियों सहित कई अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों ने अपने विमान यूक्रेन के ऊपर से नहीं उड़ाने का फैसला किया है।
विमान पर बक (बीयूके) मिसाइल लॉन्चर से हमला किया गया है। यह मिसाइल प्रणाली सिर्फ रूस के पास है। रूस सैनिक साजो-समान यूक्रेन के विद्रोहियों को दे रहा है। ऐसे में, घटना में विद्रोहियों का हाथ होने की आशंका है। कहा ये भी जा रहा है कि विमान को विद्रोहियों ने यूक्रेनी वायुसेना का लड़ाकू विमान समझकर मिसाइल दाग दी। विद्रोहियों ने बुधवार को भी यूक्रेन के दो जेट मार गिराए थे।इससे पहले मार्च में कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा मलेशियाई विमान गुम हो गया था। महीनों तक खोज जारी रहने के बाद भी न विमान का पता चला और न ही उसमें सवार 240 यात्रियों का। आखिरकार, सभी को मृत मान लिया गया। विमान का मलबा आज तक नहीं मिल पाया। वह विमान भी बोइंग-777 श्रेणी का ही था।